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गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के प्रयासों से अप्रैल में दोबारा होगी बोर्ड के 40 बच्चों की परीक्षा

गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की पहल से बचा बोर्ड के 40 बच्चों का भविष्य

गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने जिले के निजी स्कूल द्वारा 10 वी कक्षा की बोर्ड परीक्षा दे रहे लगभग 40 बच्चों के भविष्य दाव पर लगाने की आवाज उठाते हुये मामले का सज्ञान लेने के लिये केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन और राष्ट्रीय बाल अधिकार सरक्षंण आयोग के अध्य्क्ष को पत्र लिखा था जिस पर आयोग ने मामले की गंभीरता को देखते हुये सीबीएसई से जानकारी मांगी गई थी जिसके परिणामस्वरूप सीबीएसई द्वारा छात्र हित मे निर्णय लेते हुये अब पी. एन. एन मोहन पब्लिक स्कूल के 40 बच्चों को बोर्ड की परीक्षा अप्रैल माह में दोबारा कराने के लिये निर्देशित किया है ये गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के ही प्रयास है जिसके कारण बोर्ड के 40 बच्चों का भविष्य दाव पर लगने से बच सका 

 गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्य्क्ष सीमा त्यागी और सचिव अनिल सिंह ने पूरे प्रकरण के बारे में बताया कि गाजियाबाद के वसुंधरा सेक्टर-5 स्थित पी .एन. एन मोहन पब्लिक स्कूल द्वारा बोर्ड के 10 वी क्लास के लगभग 40 बच्चों का सीबीएसई में रजिस्ट्रेशन करते समय इंग्लिश ( एल & एल) का विषय कोड 184 डालना था लेकिन स्कूल द्वारा इंग्लिश ( कम्युनिकटिव ) का कोड 101 गलत डाल दिया गया था सीबीएसई का पोर्टल बंद होने एवम सीबीएसई को पेनल्टी न देनी पड़ी इसलिये इस गलती को स्कूल द्वारा बोर्ड के बच्चों के अभिभावको से छुपाया गया इन बच्चों को पूरे वर्ष स्कूल द्वारा इंग्लिश ( एल & एल) के सिलेबस को पढ़ाया गया और बच्चों को परीक्षा के समय बताया गया है कि उनको इंग्लिश (कम्युनिकटिव ) की परीक्षा देनी है जो दिनाँक 26-02-2024 दिन सोमवार को थी जिसको लेकर बच्चे तनाव में थे क्योकि इतने कम समय मे नये विषय की तैयारी करना लगभग असंभव था इसलिए बच्चों को परीक्षा में फेल होने का डर सताने लगा जो स्वभाविक था एक पैरेंट द्वारा अपना नाम सर्जवनिक नही करने का अनुरोध कर शुक्रवार की रात को इस पूरे प्रकरण पर बच्चों के भविष्य को बचाने के लिए जीपीए से अनुरोध किया जीपीए तत्काल हरकत में आ गई हालांकि अगले दो दिन शनिवार और रविवार के थे उसके बाद भी जीपीए द्वारा 40 बच्चों की आवाज ट्वीटर के माध्य्म से तत्काल अधिकारियों तक पहुँचाई और रात को लगभग 7 बजे सीबीएसई के साथ आयोग को भी पत्र भेजा । क्योकि अगले दो दिन छुट्टी के थे इसलिये सोमवार को बच्चों की परीक्षा गलत कोड वाले विषय की हुई लेकिन जीपीए के राष्ट्रीय बाल अधिकार सरक्षंण आयोग और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड , नई दिल्ली को लिखे गये पत्र का असर हुआ जिसके फलस्वरूप अब अप्रैल माह में बोर्ड के 40 बच्चों की परीक्षा दोबारा होगी जो गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के प्रयासों के लिए अपने आप में बड़ी उपलब्धि है जीपीए की अध्य्क्ष सीमा त्यागी ने बाल आयोग और सीबीएसई के चेयरमैन का छात्र हित में निर्णय लेने के लिए धन्यवाद दिया है


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