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अवैध रूप से चल रहे दो हजार आरओ प्लांट बंद किए जाएंगे

गाजियाबाद, संवाददाता। जिला भूगर्भ जल प्रबंधन परिषद की बैठक में जल दोहन की रोकथाम के लिए कई निर्णय लिए गए। दो हजार से ज्यादा अवैध आरओ प्लांट बंद कराने की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए नोटिस जारी किए जाएंगे।
जल दोहन पर दो लाख से लेकर पांच लाख रुपये तक का जुर्माना लगेगा। वहीं अवैध कॉलोनियों में भी पानी की बर्बादी रोकी जाएगी। जनपद के लिए अगले सप्ताह तक प्लान तैयार किया जाएगा, ताकि जल बचाने पर अच्छी तरह काम किया जा सके। मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक ने शुक्रवार को अपने दफ्तर में बैठक की। इसमें लघु सिंचाई विभाग के नोडल अधिकारी हरिओम, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी उत्सव शर्मा, जिला भूगर्भ जल प्रबंधन परिषद के नामित सदस्य आकाश वशिष्ठ आदि शामिल हुए। मुख्य विकास अधिकारी ने जनपद में गिरते भूजल स्तर की रोकथाम के लिए सुझाव मांगे।
आकाश वशिष्ठ ने अवगत कराया कि जिले में अवैध आरओ प्लांट चल रहे हैं। जहां अंधाधुंध जल दोहन किया जा रहा है। आरओ प्लांट बंद कराए जाए। इसके लिए तत्काल नोटिस जारी कराए जाए। शहर में 312 अवैध कॉलोनियां हैं। सभी में बिना अनुमति के समर्सिबल चल रहे हैं। कॉलोनियों में पानी की बर्बादी हो रही है। कॉलोनियों में नोटिस जारी करके कार्रवाई की जाए। बैठक में अन्य अधिकारियों ने भी सुझाव दिए। मुख्य विकास अधिकारी ने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए कि एनओसी बिना जो फर्म जल दोहन कर रही हैं उनका निरिक्षण कर नोटिस दिया जाए।                      
 40 स्थान पर निगरानी
भूगर्भ जल विभाग शहर में 40 स्थान पर पीजोमीटर के जरिये भूजल स्तर की निगरानी कर रहा है। प्रत्येक वर्ष मानसून से पहले और बाद में भूजल स्तर की रीडिंग ली जा रही है। विभाग के अनुसार कुछ साल में साहिबाबाद गांव क्षेत्र में पानी का स्तर 9.4 मीटर और अर्थला में 9.22 मीटर नीचे चला गया। नूरनगर, राजनगर एक्सटेंशन क्षेत्र की स्थिति भी अच्छी नहीं है।

शहरी क्षेत्र में भूजल स्तर नीचे गिर रहा
शहरी क्षेत्र में भूजल स्तर लगातार नीचे गिर रहा है। विजयनगर जोन की स्थिति ज्यादा खराब है। विजयनगर जोन में कुल 16 वार्ड हैं। डूडाहेड़ा, क्रॉसिंग, विजयनगर, प्रताप विहार, भूड़ भराल, रामपुरी, सुदामापुरी, सिद्धार्थ विहार और अकबरपुर-बहरामपुर आदि कॉलोनियों में सवा दो लाख की आबादी है। पाइप लाइन के जरिये पानी की आपूर्ति की जा रही है। निगम अभी तक 180 से 200 फुट पर पानी का बोरिंग करता था। लेकिन तीन साल से भूजल स्तर तेजी से गिर रहा है। वहां 350 फुट पर पानी पहुंच गया। यही वजह है कि भूजल स्तर गिरने से नलकूप फेल हो रहे हैं। मौजूद समय में वार्ड-23 और वार्ड-26 में 30 एचपी का एक भी नलकूप काम नहीं कर रहा। विजयनगर के बाद मोहननगर जोन में भी पानी की स्थिति ठीक नहीं है।

भूजल कम होने के कारण
अगली बैठक में कार्रवाई की समीक्षा भी की जाएगी
मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक ने आरओ प्लांट बंद कराने के लिए कहा। इसके साथ ही यह निर्देश दिए कि नगर निगम और नगर निकाय से सभी आरओ प्लांट की सूची ली जाए। साथ ही यह निर्णय लिया कि अगली बैठक में कितने आरओ प्लांट बंद किए गए इसकी समीक्षा की जाएगी। इसके अलावा लघु सिंचाई के अधिशासी अभियंता एवं नोडल अधिकारी ने बताया कि पोर्टल पर 60 विभिन्न आवेदन आए।

शहर में अवैध तरीके से जल दोहन हो रहा है। कच्ची कॉलोनियों की संख्या बढ़ रही है। उनमें समर्सिबल से पानी का खूब दोहन किया जा रहा है। इसके अलावा शहर में दो से ढाई हजार अवैध आरओ प्लांट चल रहे हैं। कार की धुलाई में भी पानी की बर्बादी हो रही है।

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