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बीमारी होने से पहले पता चल सकेगा जीनोमिक टेस्टिंग के जरिए लोगों की उम्र और लंबी हो सकेगी: डॉ. अपर्णा भानुशाली

कौशांबी के यशोदा सुपर स्पेश्यलिटी हॉस्पिटल ने हेस्टैक एनालिटिक्स के सहयोग में स्मार्ट जीन प्लान के साथ जीनोमिक टेस्टिंग के क्षेत्र में प्रवेश किया, दिल्ली के पहले व्यापक निवारक स्वास्थ्य समाधान स्मार्ट जीन प्लान को लाया गया, इल प्लान के तहत सबूतों से लैस टेस्ट के साथ जीनोमिक्स के क्षेत्र की मॉडलिंग की जाती है, जिसमें किसी बीमारी के लक्षणों के उभरने से पहले किसी व्यक्ति की सेहत की जांच की जाती है
GHAZIABAD : अलग-अलग मेडिकल क्षेत्रों में विशेषज्ञ सेवाएं उपलब्ध कराने वाले कौशांबी स्थित यशोदा सुपर स्पेश्यलिटी हॉस्पिटल, जो सभी को किफायती स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए समर्पित है, ने हेस्टैक एनालिटिक्स के साथ अपनी महत्वपूर्ण साझेदारी की घोषणा की है। यह साझेदारी दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले उपभोक्ताओं को उनके घरों में आधुनिक जीनोमिक्स सोल्यूशन उपलब्ध कराएगी। भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग से सहयोग प्राप्त, आईआईटी बॉम्बे स्थित हेल्थटेक कंपनी ने मरीजों की देखभाल में वर्षों का अनुभव रखने वाले डॉ. वेलुमणि और जीई हेल्थकेयर तथा इंटेल जैसी निजी कंपनियों के सहयोग से कौशांबी के यशोदा सुपर स्पेश्यलिटी हॉस्पिटल में अपनी तरह का पहला टेस्ट लॉन्च किया। इससे क्षेत्र में उपभोक्ताओं को दी जा रही निवारक स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में बदलाव आएगा।

स्टैक की आधुनिक जीनोम टेस्टिंग की विशेषज्ञता के साथ कौशांबी के यशोदा सुपर स्पेश्यलिटी हॉस्पिटल में दी जाने वाली मशहूर स्वास्थ्यरक्षा सुविधाओं का संयोजन कर इस रणनीतिक साझेदारी का मुख्य उद्देश्य शहर के लोगों की किसी भी तरह की मेडिकल जांच की अभूतपूर्व और बेमिसाल सुविधाएं देना है। नई तकनीक के आविष्कार और प्रिवेंटिव हेल्थकेयर में लोगों की बढ़ती चिंताओं को देखते हुए हेस्टेक एनालिटिक्स ने कौशांबी के यशोदा सुपर स्पेश्यलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों को अपनी पहुंच का दायरा परंपरागत हॉस्पिटल की सीमाओं से बाहर बढ़ाने की क्षमता से लैस किया है। हॉस्पिटल ने स्वास्थ्य रक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाते हुए मेडिकल केयर, डायग्नोस्टिक्स और परामर्श संबंधी सेवाओं को सीधे लोगों के घरों तक पहुंचाया है।

कौशांबी में यशोदा सुपर स्पेश्यलिटी हॉस्पिटल के सीएमडी डॉ. पी. एन. अरोड़ा ने कहा, "हम सीधे मरीजों तक निवारक जीनोमिक्स की सुविधाओं को पहुंचाने के लिए हेस्टैक एनालिटिक्स से साझेदारी कर काफी उत्साहित हैं। यह साझेदारी मरीजों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की हमारी प्रतिबद्धता से मेल खाती है। इसी के साथ सभी लोगों की गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराने के हमारे मिशन को मजबूती प्रदान करती है। 

हेस्टैक एनालिटिक्स के सीईओ डॉ. अनिर्वन चटर्जी ने कहा, "यह साझेदारी मरीजों की बेहतर देखभाल के लिए आधुनिक तकनीकों के प्रयोग की क्षमता का लाभ उठाने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। हम जीनोमिक्स की दुनिया के इस महत्वपूर्ण सफर में अग्रिम मोर्चा संभालकर काफी उत्साहित हैं। यह साझेदारी हेस्टैक एनालिटिक्स को निवारक और प्राथमिक स्वास्थ्य रक्षा के क्षेत्र में जीनोमिक्स को प्राथमिकता देने और बढ़ती स्वीकार्यता को पेश करने की इजाजत देता है। बॉकहार्ट हॉस्पिटल और गोदरेज मेमोरियल हॉस्पिटल के सहयोग में मुंबई में पहले जीनोमिक्स आधाति व्यापक प्रिवेंटिव हेल्थ सोल्यूशन को मिली जबर्दस्त सफलता के बाद, अब हम देश की राजधानी में स्वास्थ्य सेवाओं में अग्रणी यशोदा हॉस्पिटल के साथ तरह-तरह की साझेदारियों के माध्यम से प्रवेश कर रहे हैं। हम दोनों एक साथ मिलकर मरीजों के लाभ के लिए जीनोमिक्स की अनगिनत संभावनाओं को दुनिया के सामने ला सकते हैं।"

स्मार्ट जीन प्लान पूरी तरह ऑटोमेटेड एआई-आधारित बायोइंफॉर्मेटिक्स प्लेटफॉर्म है, जिसे उपभोक्ताओं पर केंद्रित वेलनेस प्रोडक्ट्स का निर्माण करने में इस्तेमाल किया जाता है। इस महत्वपूर्ण प्रोग्राम का उद्देश्य लोगों को व्यक्तिगत रूप से निवारक स्वास्थ्यसेवा का शानदार परिदृश्य उपलब्ध कराना है। इस टेस्ट में पैथेलॉजिकल और जेनिटिक्स स्टडीज की मदद से भविष्य में होने वाली संभावित बीमारियों की जल्दी पहचान शामिल है। प्रिवेंटिव हेल्थकेयर के लिए अपनी तरह के पहले जीनोम टेस्ट में पूरे एक्ज़ोम की जांच की जाती है, जिसमें रोग की गंभीरता तय करने के लिए 7000 से ज्यादा जीन्स, करीब 9000 म्यूटेशन और उल्लेखनीय स्वास्थ्य मानकों पर जांच की जाती है।

कौशांबी के यशोदा सुपर स्पेश्यलिटी हॉस्पिटल की सीईओ और निदेशक डॉ. उपासना अरोड़ा ने कहा, "भारत में अब निवारक स्वास्थ्यसेवा की जरूरत पहले से ज्यादा महसूस की जा रही है। रोग से बचाव करने की रणनीति को प्राथमिकता देकर हम राष्ट्र की स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं का सक्रिय रूप से समाधान कर सकते हैं, देश के तंदुरुस्ती को बढ़ावा दे सकते हैं और स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं। जीनोमिक्स की ताकत का इस्तेमाल कर हमें किसी व्यक्ति की जीन्स में डीएनए को समझने और अलग-अलग तरह के मरीजों के लिए व्यक्तिगत इलाज की रणनीति को अपना सकेंगे।"

हेस्टैक एनालिटिक्स में ग्रोथ एवं साइंटिफिक सपोर्ट के हेड डॉ. अपर्णा भानुशाली ने कहा, "इंटरनेशनल डायबिटिक्स फेडरेशन की हाल में जाही रिपोर्ट के अनुसार, भारत में इस समय दुनिया भर में डायबिटीज के सबसे ज्यादा मरीज हैं। इनकी संख्या करीब 77 मिलियन है। यह रिपोर्ट यह भी संकेत देती है कि भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या 2045 तक 134 मिलियन होने का अनुमान है। यह आंकड़े काफी खतरनाक हैं, जो जल्दी ही सुरक्षात्मक कदम उठाने की जरूरत पर जोर देते हैं। इसके अलावा भारत में दिल की बीमारियों से समय से पहले काफी लोगों की मौत हो जाती है। भारत में होने वाले कुल मौतों का 25 फीसदी कारण दिल की बीमारियां हैं। ऐसे मौके पर स्मार्ट जीन प्लान लोगों को इस संकट से निकालने के लिए व्यापक समाधान देने के लिए पूरी तरह लैस है। इससे रोग की जल्दी पहचान कर इलाज की तत्काल जरूरत के अनुसार चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई जा सकती है।"

कौशांबी के यशोदा सुपर स्पेश्यलिटी हॉस्पिटल और हेस्टैक एनालिटिक्स के बीच यह साझेदारी जीनोमिक्स को मुख्य धारा की चिकित्सा देखभाल में शामिल करने की ओर एक उल्लेखनीय कदम है। यह साझेदारी दोनों संगठनों की आधुनिक तकनीक को अपनाने और जलग-अलग मरीजों को उनकी जरूरत को अनुसार मेडिकल केयर प्रदान करने की प्रतिबद्धता को उजागर करती है। डॉक्टर जीनोमिक्स डेटा को किसी बीमारी की जांच में शामिल कर अलग-अलग व्यक्ति के जीन्स, रोग के जोखिम, मरीजों पर इलाज की संभावित प्रतिक्रिया को गहराई से समझ सकते हैं, जिससे मरीजों का अधिक व्यक्तिगत और प्रभावी इलाज हो सकेगा।
यशोदा हॉस्पिटल के विषय में:

कौशांबी का यशोदा सुपर स्पेश्यलिटी हॉस्पिटल एक मशहूर 300 बेड का हैल्थकेयर संस्थान है, जो दुनिया भर में मरीजों की असाधारण देखभाल और संपूर्ण चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए समर्पित है। उत्कृष्टता की सर्वोच विरासत के साथ यशोदा सुपर स्पेश्यलिटी हॉस्पिटल, कौशांबी रोबोट असिस्टेड सर्जरी एवं एआइ की उपलब्धता के साथ मरीजों को सहानुभूतिपूर्ण एवं विश्वस्तरीय स्वास्थ्य उपचार प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

हेस्टैक एनालिटिक्स के विषय में

हेस्टैक एनालिटिक्स आईआईटी बॉम्बे की हेल्थटेक कंपनी है, जो क्लिनिकल जीनोमिक्स प्रॉडक्ट्स बनाती है। यह डायग्रोस्टिक लैब्स और अस्पतालों को मरीजों को सटीक और व्यक्तिगत जांच की सुविधा प्रदान करने में सक्षम बनाती है। इसे भारत की सबसे प्रतिष्ठित वैज्ञानिक एजेंसियों (डीएसटी, बीजाईआरएसी, डीबीटी) का समर्थन हासिल है। हेस्टैक एनालिटिक्स ने अपने उत्पादों का नया संग्रह बनाया है, जिसमें संक्रामक और पुरानी बीमारियों की जांच और इलाज में जीनोमिक्स की सेवाएं दी जाती हैं। कंपनी को कुछ नए हेल्थकेयर स्टार्टअप पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिसमें हेल्थकेयर स्टार्टअप्स के लिए सीएएचओ टेकपिचफेस्ट, एंटरप्रेन्योर मैगजीन की ओर से हेल्थकेयर स्टार्टअप ऑफ द ईयर अवॉर्ड शामिल है। कंपनी को एजिस ग्राहम बेल अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। नई दिल्ली में बीआईआरएसी स्टार्टअप एक्सपो 2022 में हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने टीबी मरीजों के लिए रोग प्रतिरोधक दवाओं की जल्द पहचान के लिए हेटैक एनालिटिक्स का प्लेटफॉर्म लॉन्च किया

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