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उत्तर प्रदेश में बिजली मीटर तेज चलने पर चेक मीटर लगाने का निर्देश बिजली दरों में नहीं होगी बढ़ोतरी

 उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि मीटर जंप करने या तेज चलने संबंधी समस्याओं की शिकायत आते ही तत्काल उपभोक्ता के परिसर में चेक मीटर लगाया जाए ऊर्जा मंत्री ने बुधवार को मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के मुख्यालय पर राजधानी की विद्युत आपूर्ति की समीक्षा की इस दौरान उन्होंने कहा कि किसी उपभोक्ता के मीटर जंप करने या तेज चलने संबंधी समस्याओं की शिकायत आते ही तत्काल उपभोक्ता के परिसर में चेक मीटर लगाया जाए यह चेक मीटर किसी अन्य कंपनी का हो यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कहा कि उपभोक्ता की संतुष्टि जरूरी है इसके लिए ऊर्जा विभाग को प्रभावी कदम उठाने होंगे ऊर्जा मंत्री ने निर्देश दिए कि आगामी गर्मियों के दृष्टिगत राजधानी में डिस्कॉम के अधीन आने वाले सभी महानगरों में ट्रिपिंग फ्री निर्बाध आपूर्ति के लिए आवश्यक संसाधन जुटाने में अपने वितरण नेटवर्क को सुधारा जाए श्रीकांत जी ने कहा की सभी चीफ इंजीनियर अपने अधीन उप केंद्रों का ऑडिट करले जहां भी कमियां हैं उनको दुरुस्त करने के सभी कार्य समय से पूरे हो जाएं उन्होंने कहा कि प्रदेश में बिजली की कोई कमी नहीं है उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली मिलेगी उन्होंने निर्बाध आपूर्ति के लिए अतिरिक्त तैयारियों की समीक्षा के भी निर्देश दिए उन्होंने डोर नोक अभियान की भी समीक्षा की और कहा कि अधिकारी उपभोक्ताओं की सुने उनकी समस्याओं का समाधान करें बकायदा उपभोक्ताओं की बिजली काटने की बजाय उनके दरवाजे खटखटाए उन्हें जरूरी सहूलियत दे डिस्कनेक्शन कोई विकल्प नहीं है हमें उपभोक्ताओं से जुड़ना होगा इसके लिए स्वयं से ईमानदार प्रयास करने की आवश्यकता है उपभोक्ताओं को जागरूक करें आपको बता दें की उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने प्रदेश में बिजली दर को लेकर बड़ा फैसला किया है आयोग ने साफ कर दिया है कि प्रदेश में बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएगी वर्तमान में टैरिफ आदेश ही लागू रहेगा आयोग ने कंपनियों के स्लैब परिवर्तन प्रस्ताव को खारिज कर दिया है दरअसल यूपी पावर कारपोरेशन की तरफ से गुपचुप ढंग से नियामक आयोग को प्रस्ताव भेजा गया था इसमें बिजली दरों के 80 स्लैब को 50 करने का प्रस्ताव था बीपीएल को छोड़कर शहरी घरेलू उपभोक्ताओं के लिए तीन स्लैब बनाने का प्रस्ताव था कर्मशीयल लघु एवं मध्यम उद्योग के लिए दो स्लैब प्रस्तावित है बिजली दरों के स्लैब में बदलाव से तीन से चार फ़ीसदी बिजली महंगी हो जातीl


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