Hot Posts

6/recent/ticker-posts

हिंसा के दाग कहीं पलट न दे विपक्ष का दांव, सरकार को दिया पलटवार का मौका

दिल्ली: हर मुद्दे पर सरकार को घेरने की विपक्ष की कोशिश में संशय का मोड़ आ गया है। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध जता रहे विपक्षी दल न सिर्फ अपनी प्रतिक्रिया देते रहे, बल्कि प्रदर्शनकारियों के साथ भी आ गए। प्रदर्शन हिंसा में बदल गया और अब हमले की बाजी सरकार के हाथ में है। खासतौर पर कांग्रेस और सपा को बवाल में शामिल बताते हुए कठघरा बनाया जा रहा है।उत्तर प्रदेश में हो रही आपराधिक घटनाओं पर सपा, बसपा और कांग्रेस पूरी तरह सरकार पर हमलावर थीं। इसी बीच नागरिकता संशोधन कानून आया तो इन दलों ने सीएए को लेकर भी सरकार पर दांव चल दिया।


सभी विपक्षी दल एकजुट होकर कानून का विरोध करने लगे। पत्र, बयान और प्रतिक्रिया तक तो मामला ठीक था, लेकिन जब विरोध प्रदर्शन के लिए भीड़ सड़कों पर उतरी तो कांग्रेस और सपा भी इनके समर्थन में सड़क पर उतर आईं। शायद इन दलों के नेताओं को भी यह अंदाजा न होगा कि प्रदर्शन इतना हिंसक हो जाएगा। प्रदेश में जगह-जगह आगजनी, तोड़फोड़ की घटनाएं हो गईं। कई की जानें चली गईं।अब सरकार हिंसा के दोषियों, साजिशकर्ताओं पर कार्रवाई के लिए सख्त हुई है तो विपक्ष भी निशाने पर आ गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तो स्पष्ट आरोप लगा चुके हैं कि हिंसा फैलाने वालों को कांग्रेस, सपा और वामपंथी संगठनों ने संरक्षण दिया है। चूंकि प्रदर्शन में इन दलों ने सहभागिता की भी है, इसलिए तमाम नेताओं की मुश्किल बढ़ सकती है। यही नहीं, भाजपा संगठन भी सक्रिया हो गया है और अब जनता के बीच कांग्रेस, सपा और बसपा की भूमिका को उसी तरह से पेश करने की तैयारी है। ऐसे में सीएए मामले पर विपक्ष का दांव उल्टा भी पड़ सकता है।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ