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राम चमेली चड्ढा विश्वास गर्ल्स कॉलेज में भारतीय कला, संगीत, नृत्य एवं शिक्षा का उत्कृष्ट संगम दिखा

Ghaziabad:-  भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ,  कला, संगीत, नृत्य एवं शिक्षा का अनूठा संगम राम चमेली चड्ढा विश्वास गर्ल्स कॉलेज में दिनांक 11 मई 2025 संगम कला संस्थान की तरफ से आयोजित स्वर अलंकार( जहां हुनर भरेगा उड़ान ) कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें भारतीय कला, संगीत, नृत्य एवं शिक्षा का उत्कृष्ट संगम देखने को मिला। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं माँ सरस्वती वंदना से हुई,
 कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पदमश्री डॉ नलिनी कमलिनी शास्त्रीय नृत्यांगना एवं डॉ इंद्रेश मिश्रा,श्रीधर वासुदेव, (गायन) निर्णायक मंडल के रूप में श्रीमती सुष्मिता कांजीलाल कथक,दिल्ली एवं संगीता गोसाई,भरतनाट्यम एवं संगम क्लास संस्थान की अध्यक्ष दीप्ती वत्स, डायरेक्टर अमित रावत आदि उपस्थित रहे l महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ नीतू चावला जी ने अपनी व्याख्यान में कहा, स्वर अलंकार प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों में भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों की समझ को बढ़ावा देना और उन्हें सृजनात्मक अभिव्यक्ति के विभिन्न माध्यमों एवं से जोड़ना था l शिक्षा के साथ-साथ कला एवं संस्कृति का समन्वय व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास में सहायक होता है। कार्यक्रम में महाविद्यालय से अध्यक्ष के वी सिरोही, सदस्य एम एल खन्ना रजिस्टर श्रीमती शशि खन्ना, साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद की अध्यक्ष श्रीमती गीतांजलि खुराना एवं भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ की अध्यक्ष डॉ आंचल कुमारी आदि उपस्थित रही lइस कार्यक्रम का उद्देश्य भारतीय संस्कृति का विकास एवं वर्तमान समय में विलुप्त होती संस्कृति एवं विधा जैसे भरतनाट्यम ओडिसी कत्थक आदि को आगे बढ़ाना तथा पाश्चात्य संस्कृति की तरफ बढ़ रहे रुझान को कम करना और सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से अपनी संस्कृति को सुदृढ़ करना था l
 कार्यक्रम में गाजियाबाद के आसपास के संस्थाओं से जैसे दिल्ली बुलंदशहर मेरठ हरियाणा अलीगढ़ आदि की छात्राओं ने भरतनाट्यम, कथक लोकनृत्य,वादन तबला बांसुरी गिटार सितार की शानदार प्रस्तुतियाँ दीं। राग आधारित गायन (राग भैरवी, भैरव, राग भोपाली राजेश्वरी, राग अहीर) एवं वाद्य संगीत ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। साथ ही छात्रों को प्रमाण पत्र भी बांटे गए lकार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ। उपस्थित अभिभावकों, अतिथियों एवं छात्रों ने कार्यक्रम की भूरी- भूरी प्रशंसा करते हुए इसे यादगार बताया।

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