*गुरु महिमा ( गीत )
Ghaziabad :- गुरु के महिमा समझत नई दुनिया हे बेईमान
मैं गुरू ल बंदों संगी हो गुरु हे जग म महान ।
गुरु बिना अधियार हवै जीवन के पैडगरी
शिक्षा के सागर म हो जाथे जीवन सुनहरी
फुटहा करम के किस्मत जागे जीवन के आधार गुरू....
मैं गुरू ल बंदों संगी हो गुरु हे जग म महान!
गुरु हे नयै गुरू खेवैया गुरु ही पार लगाये
गुरु बिना जग सुन्ना हावै गुरू ही राह दिखाये
गुरु हे पारस गुरु मणि हे गुरु हे जग म सार....
मैं गुरू ल बंदौं संगी हो गुरु हे जग म महान।
गुरू ह देथे शिक्षा हमला बन जाथन गुनवान
बड़े बड़े पद म जाकर के हो जाथन धनवान
गुरु हे शक्ति गुरू से दर्पण गुरु से हमला आस
मैं गुरू ल बंदौं संगी हो गुरु हे जग म महान।
✍️ डॉ क्षमा पाटले "अनंत "
अंतर्राष्ट्रीय साहित्यकार एवं समाज सेवी , छत्तीसगढ़
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