Ghaziabad :- गंभीर सिंह एक आदर्श व शिक्षा की अलख जगाने वाले अधिकारी के रूप में निरंतर प्रयासरत रहें और एक विशेष अधिकारी की छाप छोड़कर गाजियाबाद से जा रहे हैं
श्री गंभीर सिंह जी ने अपने कार्यकाल में शिक्षा को लेकर बहुत अधिक काम किया हैं जिसके लिए गाजियाबाद पैरेंट एसोसिएशन उनका सदा आभारी रहेगा
संगठन के लोगों का मानना है के इस तरह के अधिकारी पहले कभी नहीं आये आपकी इच्छा शक्ति और शिक्षा के लिए निस्वार्थ होकर काम करने की लगन से तमाम गरीब असहाय कमजोर वर्ग के बच्चों को शिक्षा मुहैया करवाने में काफ़ी मददगार साबित हुए
एडीएम साहब गरीब जरूरतमंद बच्चों के लिए गार्जियन के रूप में कार्य करते रहे और जब भी उनकी जरूरत महसूस हुई तो वह गरीब और जरूरतमंद लोगों के साथ हमेशा खड़े रहे
उन्हें इस कार्य के लिए स्कूलों व दूसरे अधिकारियों का विरोध भी झेलना पड़ा लेकिन उन्होंने इसकी चिंता नहीं की वह गरीबों के साथ उनकी लाठी बनकर खड़े रहे
आरटीई के एडमिशन पूरे देश में गाजियाबाद को नंबर वन बनाने में गंभीर सिंह जी का बहुत बड़ा योगदान है
RTE की तहत गरीब व जरूरतमंद बच्चों का सबसे ज्यादा एडमिशन गाजियाबाद में ही हुए है
उन्होंने हमेशा संगठन के लोगों को प्रेरित किया,हिम्मत दी और ताकत दी वह एक प्रेरणा स्रोत अधिकारी है वह जाते-जाते भी संगठन के लोगों को हौसला देकर गए हैं उन्होंने कहा है कि मैं कहीं भी रहूंगा शिक्षा के लिए हमेशा खड़ा रहूंगा जो भी मदद मुझसे हो सकेगी वह शिक्षा के लिए हमेशा करता रहूंगा
संगठन के लोग व अन्य संगठन उनके स्थानांतरण की वजह से बहुत दुखी हैं क्योंकि वह सर्व समाज, सर्व दल,गरीब, अमीर तमाम NGO सभी की मदद करने वाले आदर्श अधिकारी हैं
गाजियाबाद ऐसे आदर्श अधिकारी को कभी भूल नहीं पाएगा
संगठन के लोगों ने उनको शुभकामनाएं दीं के वह पद उन्नति होकर गाजियाबाद वापस आए गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करें उनकी एक विशेषता जो कभी भुलाया नहीं जा सकता वह किसी पीड़ित की मदद तो करना ही था मगर उससे बड़ी विशेषता यह थी कि पीड़ित परेशान को रास्ता दिखाते थे हिम्मत देते थे और कुछ ना कुछ उन्हें सिखा कर भेजते थे ऐसा अधिकारी होना बहुत मुश्किल है॥॥
संगठन के लोगों में मुख्य रूप से उपस्थित थे. साधना सिंह, कौशलेंद्र सिंह, नरेश कुमार, धर्मेंद्र सिंह, पवन कुमार शर्मा, गौरव चौधरी,पारस चौधरी , विवेक त्यागी, संदीप चौधरी ,राहुल चौधरी ,नवीन कुमार नवीन राठौर, महिपाल रावत, राम भूल , अन्नू चौधरी,ज्योति आदि पेरेंट्स उपस्थित थे
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