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आज मरीजों को संतोष हॉस्पिटल एवं मेडिकल कॉलेज में मिल रही नई तकनीकों से सस्ता और उच्च कोटि का ईलाज :-डॉ. अक्षय भार्गव

संतोष हॉस्पिटल एवं मेडिकल कॉलेज: 30 वर्षों से जनता की सेवा में समर्पित, 
गाजियाबाद। चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में तीन दशकों से सक्रिय संतोष हॉस्पिटल एवं मेडिकल कॉलेज आज भी अपनी गुणवत्ता, समर्पण और आधुनिक तकनीकों के साथ जरूरतमंदों के इलाज में अग्रणी बना हुआ है। हॉस्पिटल का दंत चिकित्सा विभाग विशेष रूप से काबिल और अनुभवी डॉक्टरों की टीम से संजीत है, जो आधुनिक तकनीक से रोगियों को न केवल इलाज, बल्कि नशामुक्त जीवन की दिशा में भी प्रेरित कर रहे हैं।

डेंटल विभाग द्वारा आयोजित एक विशेष सत्र में डॉ. अक्षय भार्गव ने बताया कि संतोष हॉस्पिटल का मूल मंत्र है– जरूरतमंदों को प्राथमिकता के साथ उच्च कोटि की चिकित्सा सुविधा प्रदान करना। उन्होंने बताया कि बीते एक वर्ष में विभाग ने 3,500 से अधिक रोगियों को परामर्श दिया, जिनमें से लगभग 10 प्रतिशत रोगी नशा छोड़ चुके हैं और अब पान, गुटका, सिगरेट आदि का सेवन नहीं करते हैं।
डॉ. भार्गव ने कहा कि किशोरावस्था में तंबाकू और नशे की लत से बचाव के लिए पूर्व जागरूकता ही सबसे प्रभावी हथियार है। उन्होंने कहा कि यदि किशोरों को प्रारंभिक अवस्था में ही तंबाकू के दुष्परिणामों से अवगत करा दिया जाए, तो भविष्य में यह एक बड़ी सामाजिक जीत होगी।
संतोष हॉस्पिटल की खासियतों पर प्रकाश डालते हुए डॉ. भार्गव ने कहा, “संतोष नाम ही संतोष है—यहां एक ही छत के नीचे अत्याधुनिक मशीनों और अनुभवी डॉक्टरों द्वारा मरीजों का इलाज किया जाता है, वह भी अन्य अस्पतालों की तुलना में 50% तक सस्ती दरों पर।”
इस मौके पर डेंटल फैकल्टी की वॉइस डीन डॉ. सुनीता गिरी ने बताया कि संस्थान गाजियाबाद के आसपास 100 किलोमीटर के दायरे में जागरूकता अभियान चला रहा है। इसके तहत विशेष शिविरों का आयोजन किया जा रहा है, जिनमें खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों को केंद्र में रखा गया है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण इलाकों में नशे की लत ज्यादा देखी जाती है और वहीं चिकित्सा सुविधाएं और जागरूकता दोनों की कमी पाई जाती है।

इस मौके पर डॉक्टर श्वेता चौधरी ने बताया कि किस तरह से संतोष हॉस्पिटल लगातार जन सेवा के कार्यों में सक्रिय है और मानव सेवा को नर सेवा नारायण सेवा के नजरिया से देखता है।

इस अवसर पर डॉ. निधि गुप्ता, डॉ. शिवानी शर्मा, डॉ. राजीव कुमार गुप्ता, और डॉ. मीना जैन सहित कई डॉक्टर भी उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर इस मुहिम को और सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता जताई। संतोष हॉस्पिटल का यह प्रयास न केवल चिकित्सा क्षेत्र में अनुकरणीय है, बल्कि समाज को नशामुक्त और स्वस्थ बनाने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम भी है।

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