Hot Posts

6/recent/ticker-posts

नरौरा में राजकीय सम्मान के साथ पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह हुए पंचतत्व में विलीन,बेटे राजवीर सिंह ने दी मुखाग्नि

दिल्ली : भारत की राजनीति में दृढ़ता, पारदर्शिता, आर्दश व मूल्य की प्रतिकृति पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की पार्थिव देह को अंतिम संस्‍कार के लिए बुलंदशहर के नरौरा लाया गया। बुलंदशहर के नरौरा के बंसी घाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया है। बेटे राजवीर सिंह ने अपने पिता कल्याण सिंह को मुखाग्नि दी।पूर्व सीएम कल्याण सिंह के अंतिम संस्कार में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, अजय भट, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद हैं।केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने आहुति दी। कल्याण सिंह के अंतिम संस्कार में जनसैलाब उमड़ा है। उनके अंतिम दर्शनों के लिए भारी जनसैलाब यहां पर उमड़ा है।

 *बाबूजी कल्याण सिंह का पूरा जीवन उत्तर प्रदेश के विकास के लिए समर्पित रहा : अमित शाह*

भारत के गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को पूर्व सीएम कल्याण सिंह (बाबूजी) को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद कहा कि राम मंदिर का शिलान्यास हुआ था, उसी दिन मेरी बाबु जी बात हुई थी। उन्होंने कहा था कि मेरे जीवन का लक्ष्य पूरा हो गया। बाबू जी का पूरा जीवन यूपी के विकास व गरीब लोगों के लिए समर्पित रहा। देश को बेहतर दिशा दी। विकास को नई गति। बाबू जी के जाने से भाजपा में जो जगह खाली हुई है, उसकी लंबे समय तक भरपाई नहीं हो सकती। बाबू जी लंबे समय से सक्रिय राजनीति में न रहतेे हुए भी अपनी पूरी भूमिका रखते थे। युवा भी बाबू को आदर्श मानते है। वह हमेशा भाजपा के प्रेणा स्रोत रहेंगे।



 *बाबूजी कल्याण सिंह ने राम जन्मभूमि आंदोलन के लिए त्याग दिया था यूपी के सीएम का पद : अमित शाह*

भारत के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अलीगढ़ के अतरौली पहुंचकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शुमार किए जाने वाले कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनके निधन से दबे, कुचले और पिछड़ों ने अपना एक हितचिंतक गंवाया है।कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार सोमवार को प्रदेश के बुलंदशहर जिले के राजघाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का शनिवार की रात सवा नौ बजे लखनऊ स्थित एसजीपीजीआई में निधन हो गया था। वह 89 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से बीमार थे।

  

 *गम में डूबा कल्याण सिंह का गांव, किसी के घर में नहीं जले चूल्हे*

अपने गांव की आन-बान और शान पूर्व सीएम कल्याण सिंह के निधन का समाचार उनके पैतृक गांव मढ़ौली के लोगों के दिल पर बिजली की तरह गिरा।जब यह अभागा समाचार गांव पहुंचा तो नींद लोगों को आगोश में लेने की तैयारी कर रही थी। बाबूजी के निधन के समाचार ने पूरे गांव शोक में डूबा दिया।दिन भर गांव में चूल्हे नहीं जले। लोग बस कल्याण सिंह की साफगोई, सादगी और उनके बड़े कद तक के सफर की चर्चा करते रहे। कल्याण सिंह के निधन से उनका पैतृक गांव मढ़ौली रविवार को गम में डूबा नजर आया। उनके मकान में ताला लगा हुआ था। नीरज नाम का एक कर्मचारी घर के आसपास साफ-सफाई करता नजर आया। वहीं बाबूजी के पार्थिव शरीर आने को लेकर गांव में नगर पालिका के अधिकारी तेजी से सफाई कार्य कराते नजर आए। अधिकारियों की गाड़ियों के सायरन पल-पल पर गूंजते रहे। गैर जनपद के अधिकारियों ने गांव में डेरा डाल रखा है। बाबूजी के निधन से हर कोई गमगीन नजर आया।


इसी कड़ी में गाजियाबाद सपनावत छज्जूपुर दहाना के प्रधान संजय सिंह के भाई दिनेश सिसोदिया के पुत्र हिंदू युवा वाहिनी मंडल अध्यक्ष स्पर्श सिसोदिया उर्फ गोलू ने पूर्व राज्यपाल स्वर्गीय कल्याण सिंह के स्वर्गवासी होने पर दु:ख व्यक्त कर उन्होंने बताया आज भारत की राजनीति को बड़ा झटका लगा है और युवा पीढ़ी के स्वर्ग कल्याण सिंह प्रेरणा स्रोत है आगे भी रहेगे और उनके पद चिन्हों पर चलकर युवाओं के साहस में वृद्धि होगी और हम उनके परिवार को इस दु:ख के सहन करनी की शक्ति ईश्वर प्रदान करें ऐसी ईश्वर से कामना करते हैं

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ