Hot Posts

6/recent/ticker-posts

मिशन शक्ति के बाद भी न्याय को भटक रही दलित महिला

 खेरागढ़। राज्य सरकार ने मिशन शक्ति को लेकर बड़े जोर शोर से अभियान चलाया और वाकायदा इसके लिये ब्रांड ओपनिंग की गई वावजूद इसके धरातल पर स्थितियां एकदम उलट हैं।आगरा के खेरागढ़ थाना क्षेत्र के गांव रसूलपुर महमदगड़ निवासी दलित महिला की पुत्री की बीते 25 नवम्बर को बरात आयी थी। आरोप है कि गांव के ही स्थानीय दबंग जयसिंह पुत्र बच्चू सिंह निवासी रसूलपुर ने महिला और बारातियों से घर में घुसकर मारपीट की और जेवर भी लूट लिये पीड़ित महिला और उसके पति से भी मारपीट की गई। जिसके बाद दोनों घायल हो गये पीड़ित महिला ने खेरागढ़ थाने में तहरीर दी थी लेकिन दस दिन बीतने के बाद भी पुलिस नहीं लिख मुकदमा शुक्रवार को पीड़ित महिला छोटे छोटे बच्चों सहित थाने पर धरने पर बैठ गई हैं।


-समझौते का दबाब बना रही पुलिस

घटना को पूरे दस दिन बीत जाने के बाद भी खेरागढ़ पुलिस ने पूरे मामले पर कोई कार्यवाही नहीं की उल्टे महिला पर तहरीर बदलने और समझौते का दबाव बनाने लगे। वावजूद इसके शुक्रवार को जब महिला अपने परिजनों के साथ थाने पहुंची तो इंस्पेक्टर हंसराज भदौरिया ने महिला को हड़काना शिरू कर दिया। जिसके बाद पीड़ित महिला परिवार के लोगों के साथ थाने के गेट पर ही धरने पर बैठ गयी। वहीँ इंस्पेक्टर ने भी साफ लहजे में पीड़ित महिला और उसके परिजनों को यह कह कर धमका दिया कि जहां जाना है जाओ जिससे शिकायत करनी है करो कोई कार्यवाही नहीं करूंगा अगर समझौता करना है कर लो।

ऐसे में सबसे बड़ा सवाल सरकार और उनकी मंशा पर उठता है कि क्या आगरा की पुलिस इस कदर निरंकुश हो चुकी है कि उसको पीड़ित पक्ष नही दिख रहा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ