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आई0टी0एस0 काॅलेज आफ फार्मेसी, क्वालिटी इम्प्रूवमेंट प्रोग्राम का आयोजन हुआ 

गाज़ियाबाद : आई0टी0एस0 काॅलेज आॅफ फार्मेसी और आई0पी0ए0 के संयुक्त तत्वाधन में आज दिनांक 29 मई को सुबह 10 बजे से 4 बजे तक एक दिवसीय क्वालिटी इम्प्रूवमेंट प्रोग्राम जिसका शीर्षक ट्रांसफार्मिंग फार्मास्यूटिकल रिसर्च आॅफ टेक्नोलाॅजी मैकिंक सेल्फ-रिलाएन्ट इंडिया सम्पन्न हुआ। जिसका मुख्य उद्देश्य वर्तमान मे फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री मे चल रहे नवीन तकनीकी से सबको अवगत कराना था।


 


कार्यक्रम का उदघाटन उप-औषधि नियन्त्रक एवं पी0सी0आई0 के कार्यकारिणी सदस्य श्री अतुल नासा ने किया तथा आई0टी0एस0-द एजुकेशन ग्रुप के वाईस चेयरमैन, श्री अर्पित चड्ढा ने श्री आर0ए0 गुप्ता, (सचिव आई0पी0ए0 उ0प्र0 एवं पूर्व सदस्य पी0सी0आई0), श्री आशुतोष वर्मा, (प्रवक्ता एम0ए0एच0एस0ए0 यूनिवर्सिटी मलेश्यिा), श्री सुशांत शर्मा, सहायक औषधि नियंत्रक भारत सरकार, डाॅ0 पुनीत गुप्ता, (मेम्बर सी0ई0सी0, आई0पी0ए0 एवं फैकल्टी एमिटी नोएडा) तथा काॅलेज के निदेशक डाॅ0 एस0 सदीश कुमार की उपस्थिति मे की।


 


अपने स्वागत भाषण में डाॅ0 एस0 सदीश कुमार ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि चुनौती के इस समय हमें अपने तौर तरीकों को बदलने की जरूरत है चाहे वह जीवन शैली हो या शिक्षण विधि, यही समय की मांग है कि हम तकनीकी का अधिकाधिक उपयोग करें। अपने अभिभाषण में श्री नासा ने कहा कि हमे देश को बल्कड्रग के निर्माण के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का प्रयत्न करना चाहिए, उन्होंने हाॅमोपैथी और हर्बल दवाओं के उपर अधिकाधिक शोध की आवश्यकता पर बल दिया, उन्होंने कहा कि कोविड-19 से सबक लेते हुए हमें इसे अवसर मे बदलना चाहिए।


 


श्री अर्पित चड्ढा ने कहा कि लाॅकडाउन में इस चुनौती पूर्ण समय मे हमे सकारात्मक दृष्टिकोण से आगे बढ़ना चाहिए इन अपरिहार्य स्थिति में हमें तकनीकी का अधिकाधिक प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने आर्थर शेरी के साथ अपने साक्षात्कार का अनुभव भी साझा किया। उन्होंने इस तरह के कार्यक्रमों को जरूरी बताया।


 


कार्यक्रम मे बोलते हुए श्री आशुतोष वर्मा ने रोगी केन्द्रित शोध एवं एलोपैथी के ड्रग रिलेटेड समस्याओं को विस्तार से बताया।


 


श्री आर0ए0 गुप्ता ने डी0फार्म एवं बी0फार्म कोर्स के पाठ्यक्रम में तत्काल बदलाव पर जोर दिया, उन्होंने कोविड-19 महामारी मे फार्मोसिस्टों द्वारा किये गये कार्यो को विस्तार से बताया।


 


डाॅ0 पुनीत गुप्ता ने औषधि निर्माण में एवं शोध के साथ-साथ शिक्षा में 4 आई0आर0 व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के महत्व को बताया। कार्यक्रम में बोलते हुए श्री सुशांत शर्मा ने औषधि निर्माण, क्लिनिकल ट्रायल एवं केन्द्र तथा राज्य सरकार की गाइडलाईन को विस्तार से बताया।


 


कार्यक्रम में श्री सुरेन्द्र सूद, डायरेक्टर-पी0आर0, आई0टी0एस0-द एजुकेशन ग्रुप ने फार्मेसिस्टों और दवा अनुसंधान वैज्ञानिकों के प्रयास को सराहा उन्होंने कहा कि प्रभावी दवा की खोज एवं निर्माण समय की मांग है। 


 


कार्यक्रम की मोडरेटर मिस नीलम सिंह ने सभी प्रतिभागियों को स्पीकर से परिचय कराया।


इस कार्यक्रम मे विभिन्न संस्थानों के करीब 170 प्रतिभागियों ने भाग लिया तथा काॅलेज के सभी शिक्षक व शिक्षिकाएं भी उपस्थित रहें।


 


कार्यक्रम में निदेशक डाॅ0 एस0 सदीश कुमार ने सभी स्पीकर को सर्टिफ़िकेट प्रदान किया।


 


कार्यक्रम का समापन मिस सोनम खण्डेलवाल ने सभी प्रतिभागियो तथा अतिथि वक्ताओं को धन्यवाद ज्ञापित करके किया।


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