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देश में नफरत, असहिष्णुता, अन्धविश्वास, पाखण्ड, भ्रम और भय फ़ैलाने वालों को हतोत्साहित करें: रामदुलार यादव

Ghaziabad : लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट द्वारा संचालित पं0 मदन मोहन मालवीय नि:शुल्क पुस्तकालय, वाचनालय 5/65 वैशाली में संस्था के संस्थापक / अध्यक्ष राम दुलार यादव द्वारा विभिन्न विषयों और महापुरुषों के जीवन पर आधारित पुस्तकें भेंट की गयी| 
     लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक / अध्यक्ष शिक्षाविद राम दुलार यादव ने कहा कि संस्था का उद्देश्य अच्छी पुस्तकें छात्र-छात्राओं की मांग पर पुस्तकालय में उपलब्ध करना है, जिसका अध्ययन कर छात्र, प्रतियोगी छात्र, छात्राएँ अपने व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास कर सकें तथा सरकारी सेवा या किसी भी व्यवसाय में लग कर देश, समाज, व्यक्ति के उत्थान के लिए कार्य कर सकें, स्वतंत्रता सेनानियों, शहीदों, महापुरुषों के व्यक्तित्व और कृतित्व से अवगत हो, शिक्षा के साथ-साथ अच्छे संस्कार से भी पूर्ण होकर ईमानदारी, नैतिकता, अनुशासन, व्यवहार कुशलता, त्याग, करुणा, दया, सद्भाव के गुण उनमे विकसित हों, जब वह पुस्तकालय से अध्ययन करके निकले, समाज में भाईचारा, प्रेम का प्रकाश फैलाएँ, नफरत, असहिष्णुता, अन्धविश्वास, पाखण्ड, भ्रम और भय फ़ैलाने वालों को हतोत्साहित करें, इन पुस्तकालयों में उच्चकोटि की पुस्तकें बच्चों का मार्गदर्शन करती है| आचार्य राम चन्द्र शुक्ल ने कहा है कि “पुस्तकों द्वारा जितना हम महापुरुषों के बारे में जान सकते है, उतना उनके पुत्र और मित्र भी नहीं जान सकते”|
       आज बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी में सभी लोग मंहगी पुस्तके नहीं खरीद सकते, संस्था का यह प्रयास है कि अधिक से अधिक लोगों तक पुस्तकें अध्ययन के लिए उपलब्ध कराई जाय, 37 पुस्तकें भेंट की गयी, महात्मा गाँधी ने कहा है कि “पुस्तकालय भारत में सबसे आवश्यक है वह हर घर में होना चाहिए”| लोकमान्य तिलक ने कहा है कि “पुस्तकें जहाँ होंगी वहीँ स्वर्ग होगा” | पुस्तकें अलग विषयों की है भर्तहरी जीवन और चिंतन, रहीम कविता संकलन, कबीर, प्रेम चन्द कृति, भारतेंदु हरिश्चंद, लाओत्स, दार्शनिक, दि प्रिंस, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की वीरांगनाएं, सन्त रंगनाथ, विवेकानंद, जाति का नाश, डा0 अम्बेदकर, सतेन्द्र नाथ बोस, सन्त तुलसी दास, महाराणा प्रताप, देवदास, घर और बाहर, निर्मला, रूठी रानी, महाराजा रणजीत सिंह, शरदचन्द की कहानियां, विप्रदास, मैथली शरण गुप्त, सिकंदर महान, रानी लक्ष्मी बाई, रोमियो जूलियट, विलियम सेक्सपियर, कालिदास, रघुवंशम, विकमोर्वशीयम, स्वप्न वासव दत्ता, मुद्राराक्षस, कन्फुयुशियस, विश्व के युद्ध, मनुस्मृति, गुरु तेगबहादुर, उर्दू साहित्य, मंटो की सर्वश्रेष्ठ कहानियां आदि| चक्रधारी दूबे, सोनम वर्मा, ऋचा शर्मा, रेहान हुसैन, सानिया हुसैन, सोनित सोम, फराह खान को पुस्तक भेंट की गयी, अवधेश यादव समाजसेवी भी इस अवसर पर कार्यक्रम में शामिल रहे, गंगा दशहरा की सभी भाई-बहनों को हार्दिक बधाई दी गयी|

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