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डॉ राम मनोहर लोहिया ने सामाजिक विषमता के विरुद्ध संघर्ष किया, शहीद- ए - आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव ने शोषण विहीन भारत बनाने का सपना देखा था : रामदुलार यादव

 साहिबाबाद : “शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव पार्क” जी0 टी0 रोड साहिबाबाद के प्रांगण में “शहीद दिवस” तथा प्रखर समाजवादी विचारक डा0 राम मनोहर लोहिया का जन्म दिन कार्यक्रम आयोजित किया गया, कार्यक्रम के मुख्य वक्ता समाजवादी पार्टी के वरिष्ट नेता लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक/अध्यक्ष राम दुलार यादव रहे, अध्यक्षता पूर्व अधिकारी सी0 पी0 सिंह ने, आयोजन इंजी0 धीरेन्द्र यादव ने, संचालन श्रमिक नेता अनिल मिश्र ने किया, कार्यक्रम में शामिल गणमान्य नागरिकों ने शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर शहादत का स्मरण किया, डा0 राम मनोहर लोहिया के जन्म दिन के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी| 


महिला उत्थान संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्ष बिन्दू राय ने गीत प्रस्तुत किया, कार्यक्रम के अन्त में पत्रकार बन्धुओं का सम्मान हाजी मोहम्मद सलाम, एस0 एन0 जायसवाल, रेनूपुरी, ओम प्रकाश अरोड़ा, राजपाल यादव, बैजनाथ, अमृतलाल चौरसिया ने किया| कार्यक्रम के अन्त में जलपान वितरित किया गया|


  कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक/अध्यक्ष राम दुलार यादव ने कहा कि “शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव और राम मनोहर लोहिया के चित्र पर पुष्प अर्पित करने से ही इन महापुरुषों के प्रति हम न्याय नहीं कर रहे है, जब तक उनके विचार को जन-जन में फ़ैलाने का कार्य नहीं करेंगें| डा0 लोहिया ने समता, समानता, सम्पन्नता देश में, समाज में आये, लगातार लोगों में जागरण पैदा करने का कार्य किया| वे नर-नारी समानता के प्रबल पक्षधर, समाज में किसी प्रकार की विषमता, भेदभाव, ऊँच-नीच के विरोधी थे, वे कहा करते थे कि “जाति तोड़ो, समाज जोड़ो” उन्होंने अतिपिछड़ों, पिछड़ों और कमजोर वर्गों में राजनैतिक चेतना पैदा की तथा कहा कि “संसोपा ने बांधी गांठ, पिछड़ा पावै 100 में 60” तथा कहा कि “कपड़ा रोटी सस्ती होगी, दवा पढाई मुफ़्ती होगी”


   शहीदे आजम भगत सिंह तथा सभी क्रान्तिकारी बलिदानियों का सपना था कि भारत जब आजाद हो जायेगा तो अनाचार, अत्याचार, शोषण, पाखण्ड, जातिवाद, का समूलनाश करने के लिए सभी को मिलकर संघर्ष करना होगा, जिससे देश में व्याप्त विषमता दूर हो, उनका मानना था कि “आर्थिक आजादी के बिना राजनैतिक आजादी अधूरी है, सामाजिक विषमता तभी दूर होगी जब सभी को समान अवसर प्राप्त हो, लेकिन आज तक देश के लोग अवसर की असमानता का दंश झेल रहे हैं|

  मंहगाई, बेरोजगारी, बेकारी चरम सीमा पर पहुँच गयी है, आम आदमी दो जून की रोटी के लिए संघर्ष कर रहा है, कुछ लोग जरुरत से ज्यादा संसाधनों का उपयोग कर रहे है, इस व्यवस्था में परिवर्तन किये बगैर समाज में सद्भाव, भाईचारा, प्रेम, सहयोग और न्याय की भावना नहीं पैदा होगी| आज उत्तर प्रदेश, देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, नेतृत्व शहीदों के नाम की माला तो जपता है उनके चित्र पर पुष्प भी अर्पित करता है लेकिन उनके वर्गविहीन, जातिविहीन, शोषण और विषमता विहीन विचार पर चलने में संकोच करता है, इसलिए यहाँ गरीबी, भूख, पीड़ा और दर्द समाज में व्याप्त है| इस व्यवस्था को बदलना होगा तभी हम देश की जनता को समता और सम्पन्नता तथा शोषण से मुक्ति दिला पायेंगें| 

   कार्यक्रम में मुख्य रूप से शामिल हो श्रद्धा सुमन अर्पित करने वाले प्रमुख राम दुलार यादव, सी0 पी0 सिंह, एस0 एन0 जायसवाल, अमृतलाल चौरसिया, इंजी0 धीरेन्द्र यादव, बिन्दू राय, रेनूपुरी, ओम प्रकाश अरोड़ा, अनिल मिश्र, हाजी मोहम्मद सलाम, राजपाल यादव, बैजनाथ, राजीव गर्ग, प्रेमचन्द पटेल, केदार सिंह, सुरेश कुमार भारद्वाज, अंकित राय, पप्पू सिंह, हरिकृष्ण, संजीव मिश्र, विजय भाटी, मंगल सिंह चौहान, रवि चौहान, ताहिर अली, राम करन जायसवाल, मनोज गोला आदि रहे|                                                             

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