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गुरु गोविंद सिंह जी ने मन, वचन, कर्म की पवित्रता सत्य और न्याय पर चलकर अन्याय, अत्याचार, शोषण, पाखंड व नफरत के समूल नाश का संदेश दिया : वीरेंद्र यादव एडवोकेट

साहिबाबाद : “ज्ञानपीठ केन्द्र” के प्रांगण 1, स्वरूप पार्क जी0टी0 रोड में लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट द्वारा आयोजित “गुरु गोविन्द सिंह दे” “प्रकाश पर्व” का आयोजन किया गया| कार्यक्रम की अध्यक्षता एस0 पी0 छिब्बर ने की, मुख्य वक्ता राम दुलार यादव वरिष्ट नेता समाजवादी पार्टी भी कार्यक्रम में शामिल रहे, संचालन समाजवादी पार्टी के साहिबाबाद विधान सभा अध्यक्ष श्री अवतार सिंह (काले) ने किया, आयोजन इंजी0 धीरेन्द्र यादव ने किया| 


समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव जनपद गाजियाबाद वीरेन्द्र यादव एडवोकेट ने विचार व्यक्त किया, गुरु गोविन्द सिंह जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके बताये मार्ग पर चलने का संकल्प ले स्मरण किया गया| लंगर की व्यवस्था भी की गयी जिसमे सभी संगत के लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया| 


    कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव वीरेन्द्र यादव एडवोकेट ने कहा कि सिख संप्रदाय के दशवें गुरु गोविन्द सिंह जी, स्वतंत्रता सेनानी, महान कवि, त्याग और वीरता की प्रतिमूर्ति, विलक्षण प्रतिभामान थे| वे निर्भीक, महान योद्धा थे|


 उन्होंने खालसा पन्थ की स्थापना की जिसका उद्देश्य, अभिप्राय मन, वचन, कर्म की पवित्रता तथा समाज के प्रति समर्पण भाव से ओत-प्रोत होना है, उनके पूर्वजों ने देश, समाज और धर्म की रक्षा के लिए सर्वस्व बलिदान कर दिया, उनके बच्चे अजीत सिंह, जझारू सिंह, चमकौर युद्ध में शहीद हो गये तथा जोरावर सिंह और फ़तेह सिंह के साथ घटित ह्रदय विदारक घटना ने भी उन्हें विचलित नहीं किया| गुरु गोविन्द सिंह ने कभी भी सत्य और न्याय का रास्ता नहीं छोड़ा, लगातार संघर्ष करते हुए जन-जन में अदम्य साहस का भाव भरा तथा उन्हें अन्याय, अत्याचार, शोषण, पाखण्ड के विरुद्ध संघर्ष करने के लिए तैयार किया| 


   समारोह के मुख्य अतिथि सरदार मन्जीत सिंह ने कहा कि गुरु गोविन्द सिंह ने कहा है कि “शक्ति, पराक्रम और सेवा से अन्याय, अत्याचार, शोषण, अन्धविश्वास, पाखण्ड को रोकना चाहिए| समाज में सद्भाव, त्याग, सहयोग के लिए संगत और पंगत में एक साथ लंगर छकना चाहिए”| उन्होंने ऊँच, नीच, अमीर, गरीब की खाई को समूलनाश करने का काम किया| दशवें गुरु गोविन्द सिंह ने कहा कि सिख संप्रदाय में अब जीवधारी कोई गुरु नहीं होगा, हमारे लोग गुरु ग्रन्थ साहिब को ही अपना गुरु मानेंगें, तथा उनमे लिखी वाणी का अध्ययन कर सच्चा मार्ग प्राप्त करेंगें| गुरु ग्रन्थ साहिब में सन्त कबीर, सन्त रविदास के साथ-साथ सिख गुरुओं की वाणी है जिसमे सच्ची कमाई करते हुए दूसरों की सेवा और सहयोग में लगने का सन्देश है| 


    लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक/अध्यक्ष राम दुलार यादव ने कहा कि हमें महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए तथा उनके सम्मान में काम करना चाहिए, तभी हम गुरु गोविन्द सिंह के बताये मार्ग के राही बन सकते है, उन्होंने महिलाओं के सम्मान के लिए अपना पूरा जीवन लगाया, तथा सद् मार्ग पर चलने का सन्देश दिया| उन्होंने मर्यादित आचरण, देशप्रेम और दीनदुखियों की सेवा करने का उपदेश दिया, आज भी उनके द्वारा दी गयी शिक्षा प्रासंगिक है| 

  कार्यक्रम में ग्यारह शामिल साथियों को सरोपा भेंट किया गया, मुख्य अतिथि सरदार मन्जीत सिंह, रणजीत सिंह, हरदेव सिंह, जसविन्दर सिंह, मक्खन सिंह, एम0 पी0 सिंह, सोनू सिंह, प्रीतम सिंह, पलविन्दर सिंह, जसपाल सिंह, तरविन्दर सिंह बत्रा|

    सैकड़ों साथियों ने भाग लिया, राम दुलार यादव, वीरेन्द्र यादव एडवोकेट, मुकेश शर्मा, राम प्यारे यादव, अवधेश यादव, अंशु ठाकुर, सुरेन्द्र यादव, इंजी0 धीरेन्द्र यादव, शिवानन्द चौबे, वीर सिंह सैन, राजेन्द्र गोयल, कृष्ण कुमार दीक्षित, राहुल सिंह, पप्पू, राजपाल सिंह यादव, ओम प्रकाश अरोड़ा, रहमत, राम करण जायसवाल, शम्भु नाथ जायसवाल, सुरेन्द्र सिंह, एम0 एल0 शर्मा, राम जन्म यादव, एस0 पी0 छिब्बर, हाजी मोहम्मद सलाम, गीता चौधरी, संजू शर्मा, बिन्दू राय, रेनूपुरी, दिव्यांश पुरी, इशरत, सरिता देवी, मंजू, उर्मिला, आयुष, रागिनी राय, सविता देवी, पूनम, स्वाति, शबाना, किरण, रहीमुद्दीन, के0 के0 त्यागी, राज कुमार, संदीप, मोहन, नेतेश यादव, एस0 एम0 चौधरी, तनवीर, फौजुद्दीन, देवनाथ भारती, कमला देवी, केदार सिंह, सुरेश कुमार भारद्वाज, प्रेम चन्द पटेल, सुभाष यादव, अमर बहादुर, हरिकृष्ण यादव, अखिलेश कुमार शुक्ला, गौरा सिंह, रागदीप सिंह आदि|

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