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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत परियोजनाओं को लागू करने में नाबार्ड के सक्रिय भूमिका की सराहना की

 ग़ाज़ियाबादजी: आर. चिंतला ने अपने उत्तर प्रदेश दौरे के अंतर्गत 18 अगस्त, 2020 को माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। माननीय मुख्यमंत्री ने नाबार्ड द्वारा कृषक उत्पादक संगठन, लंबे समय से विलंबित सिंचाई परियोजनाओं, महिला सशक्तिकरण, कारीगरों के उत्थान जैसे क्षेत्रों में निभाई जाने वाले बहुपक्षीय विकास भूमिका की सराहना की।


उत्तर प्रदेश को ध्यान में रखते हुए चिंतला ने बताया कि भारत सरकार द्वारा निर्मित आत्मनिर्भर परियोजना का सपना तब साकार होगा, जब राज्य में लिए जा रहे कदमों को स्थापित किया जाएगा। चिंतला ने माननीय मुख्यमंत्री को उत्तर प्रदेश राज्य में नाबार्ड द्वारा COVID के पश्चात किए गए क्रियाकलापों के बारे में अवगत कराया जैसे बैंकों को रु 1730 करोड़ की तरलता की सहायता प्रदान करना, प्रवासियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कौशल विकास कार्यक्रमों की शुरूआत, आदि। अध्यक्ष ने 362 एफपीओ के गठन, प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (पैक्स) को मल्टी सर्विस सेंटर (एमएससी) के रूप में परिवर्तित करने, ग्रामीण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के अंतर्गत प्रमुख सिंचाई परियोजनाओं यथा अर्जुन सहायक, मध्य गंगा, सरयू नाहर के लिए दी जा रही वित्तीय सहायता से भी अवगत कराया। चिंतला ने साथ ही आने वाले वर्षों में राज्य में 1600 एफपीओ के प्रस्तावित गठन का भी उल्लेख किया। भारत को 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाने के माननीय प्रधानमंत्री जी के लक्ष्य को साकार करने के लिए यूपी की की एक बड़ी हिस्सेदारी होनी चाहिए और कम से कम राज्य में 15 लाख महिला स्वयं सहायता समूहों का गठन करके महिलाओं के सशक्तिकरण की भी आवश्यकता है। इसके अलावा, सहकारी बैंकों के स्वास्थ्य पर भी चर्चा की गई और सहकारी समितियों के वित्तीय स्थिति को मजबूत करने के लिए माननीय मुख्यमंत्री के समर्थन की मांग की। साथ ही सहकारी बैंकों के विलय पर गठित समिति की सिफारिश पर विचार करने का भी अनुरोध किया।*


*माननीय मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार में कृषि विज्ञान केन्द्रों का समर्थन करते हुए प्रत्येक ब्लॉक में एफपीओ के गठन करने जैसी प्राथमिकताओं की रूपरेखा का वर्णन किया। जिलों की सभी प्रमुख सड़कें एक्सप्रेसवे जैसी प्रमुख संपर्क परियोजनाओं से जोड़ी जाएंगी। सोलर पैनल, शौचालय आदि प्रदान करके स्कूल की बुनियादी सुविधाओं में सुधार, ग्राम सचिवालय का निर्माण भी सरकार के एजेंडे में है। पहले चरण में बुंदेलखंड के 03 जिलों और आर्सेनिक और फ्लोराइड से दूषित गांवों के हर घर में पीने का पानी उपलब्ध कराने का राज्य सरकार का प्रयास है। बाण सागर जैसी लंबे समय से विलंबित सिंचाई परियोजनाओं को रिकॉर्ड समय में पूर्ण किया गया जिससे मिर्जापुर और प्रयागराज जिलों को पानी उपलब्ध कराने में सरकार सक्षम रही। सरयू नहर, मध्य गंगा, अर्जुन सहायक जैसी अन्य प्रमुख परियोजनाओं को चालू वर्ष में पूरा किया जाएगा और साथ ही वित्तीय सहायता के लिए नाबार्ड को धन्यवाद प्रदान किया। माननीय मुख्यमंत्री ने COVID लॉक डाउन के दौरान NABARD के विकास भागीदारों द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की और ग्रामीण COVID योद्धाओं पर एक पुस्तिका का विमोचन भी किया। योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के दो ब्लॉकों में टेराकोटा कारीगरों के क्लस्टर के विकास के लिए नाबार्ड की परियोजना को शुरू किया एवं इस संदर्भ में मंजूरी पत्र मुख्यमंत्री द्वारा जारी किया गया। उन्होंने नाबार्ड की सहायक कंपनी, नैबकौंस (NABCONS) द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार को प्रदान की जा रही परामर्श सेवाओं की भी सराहना की।*


 *शंकर ए. पांडे, मुख्य महाप्रबंधक, उत्तर प्रदेश क्षेत्रीय कार्यालय, नाबार्ड द्वारा भारत के लिए प्राथमिकता वाली परियोजनाओं के कार्यान्वयन में उत्तर प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों से प्राप्त समर्थन सरकार की सराहना करते हुए नाबार्ड के सभी भविष्य के प्रयासों में राज्य सरकार के समर्थन का अनुरोध किया।


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