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आई0टी0एस0 में बायोटेकनिक्स कार्यशला 2019 का आयोजन हुआ

गाजियाबाद :आई0टी0एस0 पेरामेडिकल काॅलेज, मुरादनगर द्वारा संचालित बायोटेक्नोलाॅजी (जैव प्रद्योगिकी) विभाग मुरादनगर में स्थाननीय विभिन्न स्कूलों में अध्यनरत बारहवी के छात्र-छात्राओं को विज्ञान के क्षेत्र में प्रेरित करने व उनके आने वाले भविष्य के लिए उनका सही मार्गदर्शन की भावना व बायोटेक्नोलाॅजी (जैव प्रोद्योगिकी) से सम्बन्धित नई-नई तकनीकों के बारे में अवगत कराने के उद्देश्य से 13 नवंबर, 2019 को एक दिवसीय कार्यशला का आयोजन किया गया।


जिसमें आगन्तुक छात्र-छात्राओं को तकनीकों से अवगत कराया गया। इस कार्यशला में दिल्ली एवं एन0सी0आर0 के अनेक प्रतिष्ठित स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। आई0टी0एस0 संस्थान मुरादनगर पिछले 16 वर्शो से बायोटेक्नोलाॅजी (जैव प्रोद्योगिकी) में स्नातक एवं परास्नातक में जैव प्रद्यौगिकी का fशक्षण कराया जा रहा है। यह काॅलेज चै0 चरण सिंह विश्वविद्यालय से सम्बंद्ध है। आई0टी0एस0 मुरादनगर नियमित समयान्तराल पर विभिन्न शक्षणिक और सांस्कृतिक समारोह आयोजित करता है। इसी श्रृंखला के अन्तर्गत 12वीं के छात्र-छात्राओं को बायोटेक्नोलाॅजी (जैव प्रद्यौगिकी) की नई तकनीकों से अवगत करने के लिए प्रति वर्श बायोटेकनिक्स कार्यशला का आयोजन करता है।
ज्ञातव्य है कि आई0टी0एस0 काॅलेज राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का एक प्रतिश्टित एवं अग्रणी काॅलेज है। पिछले वर्शो की भांति इस वर्श भी आई0टी0एस0 के छात्रों ने विश्वविद्यालय में सर्वाधिक अंक प्राप्त कर स्वर्ण पदक प्राप्त कर काॅलेज एवं क्षेत्र का सम्मान बढाया है। यह संस्थान अपने सामाजिक दायित्वों की पूर्ती करने में भी अग्रणी है। इसी क्रम में बायोटेक्नोलाॅजी विभाग ने इस कार्यशला का आयोजन किया है।
इस कार्यशला में छात्र-छात्राओं को बताया गया कि बायोटेक्नोलाॅजी (जैव प्रोद्योगिकी) विज्ञान की एक ऐसी शाखा है जिसके द्वारा हम आज किसी सजीव कोशिका से नये-नये उत्पादों का निर्माण करते है। आज बायोटेक्नोलाॅजी (जैव प्रोद्योगिकी) का उपयोग चिकित्सा विज्ञान, पशु चिकित्सा विज्ञान, जीव विज्ञान,कृशि विज्ञान, औषधि विज्ञान में तथा भोजन विज्ञान में बखूबी हो रहा है। अगर हम चिकित्सा विज्ञान की बात करे तो आज बायोटेक्नोलाॅजी की सहायता से अनेक महत्वपूर्ण एन्टी बायोटिक्स वैक्सीन्स, इन्टरफेरान, परीक्षण किट एवं पैथालाॅजिकल मशीनों का निर्माण हो रहा है।
इस श्रृंखला में आयोजित वर्कशप का उद्देश्य बारहवी के छात्र-छात्राओं को नये-नये प्रयोगो से अवगत कराना ही नहीं बल्कि उन्हें बायोटेक्नोलाॅजी जैसे नये विज्ञान को आम जीवन में प्रयोग करने देश व समाज के लिए कुछ करने की जागरूकता को जगाना है।
इस कार्यक्रम का शभांरम्भ श्री अर्पित चड्ढा जी, वाईस चेयरमैन, आई0टी0एस0 - द ऐजूकेशन ग्रुप, श्री सुरेन्द्र सूद जी, डायरेक्टर-पी0आर0, डाॅ0 सुरेन्द्र सिंह, प्रधानाचार्य के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। आई0टी0एस0-द ऐजूकेशन ग्रुप, डाॅ0 आर0पी0 चड्ढा जी ने छात्रों को अपनी शभकांमना संदेश प्रेशित कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
तत्पष्चात् काॅलेज में स्थित विभिन्न प्रयोगशाला से माइक्रोबायोलाॅजी, मालीक्युलर बायोटेक्नोलाॅजी, पादपसंवधर्न, रिकाम्बिनेन्ट डी0एन0ए0 टेक्नोलाॅजी क्षेत्र के अति महत्वपूर्ण व आधुनिक प्रयोगों को सभी छात्र-छात्राओं को प्रयोगशलाओं में प्रयोग करके दिखाया गया। मालीक्युलर बायोलाॅजी प्रयोशला में डी0एन0ए0 प्रथक्करण की चरणबद्धता को बताया गया। डी0एन0ए0 को एगेरोज जेल में रन कराकर बैंड भी दिखाया गया।
माइक्रोबायोलाॅजी प्रयोगशाला में ग्राम स्टेन विधि द्वारा विभिन्न प्रकार के जीवाणुओं (बैक्टीरिया) का परीक्षण माइक्रकोस्कोपी द्वारा करके सभी छात्र-छात्राओं को एक-एक करके दिखाया गया व स्ट्रीक प्लेट विधि द्वारा जीवाणुओं को प्रथकरण किया गया।
प्रयोगशाला में अगले प्रयोग में बायोइन्फारेमेटिक्स प्रयोगशाला में विभिन्न जीनों का स्थान उनका सम्बन्ध, प्रोटीन संरचना और कार्य, तथा दूसरी प्रजातियों के जीन संरचना का तुलनात्मक अध्ययन करके सभी छात्र-छात्राओं को कम्प्यूटर द्वारा दिखाया गया।
प्रयोगशाला का संचालन आई0टी0एस0 बायोटेक्नोलाॅजी (जैव प्रद्योगिकी) विभाग के कुशल अध्यापकों डाॅ0 ब्रहम कुमार तिवारी, डाॅ0 पल्लवी, डाॅ0 विपिन, डाॅ0 भूपेन्द्र, डाॅ0 चैताली चक्रवर्ती ने मिलकर किया।
अंत में आगन्तुंक छात्रों को पुस्तकालय का भी भ्रमण कराया गया।


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