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विश्व रक्तदाता दिवस पर जनपद मैं स्वेच्छा से लोगों ने 763 यूनिट रक्त दान दिया, लोगों को अधिक से अधिक रक्तदान करने के लिए प्रेरित किया :- डॉक्टर अमित विक्रम

14 जून 2025 विश्व रक्तदाता दिवस पर जनपद गाजियाबाद की अनुमानित आबादी 68 लाख 70 हजार पर, रक्त यूनिट 763 मात्र प्राप्त हुई जिला प्रशासन और प्रयास करता तो इसकी संख्या बढ़ाई जा सकती थी?

Ghaziabad :- जिला गाजियाबाद में 14 जून 2025 को विश्व रक्तदाता दिवस जिला एम एमजी चिकित्सालय में रक्तदान शिविर आयोजित कर मनाया गया इस शिविर का उद्घाटन बीजेपी. राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल द्वारा फीता काटकर किया गया वहीं इस दौरान गाजियाबाद के उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों जिसमें जिलाधिकारी गाजियाबाद, मुख्य चिकित्सा अधिकारी गाजियाबाद, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला एमएमजी, चिकित्सालय गाजियाबाद और भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी गाजियाबाद के द्वारा इसका प्रचार प्रसार की भी जिम्मेदारी थी और इस दौरान एम एमजी चिकित्सालय में स्वेच्छा से 35 लोगों ने रक्तदान किया इसी दोरान CEL. में भी रक्त दान शिविर का आयोजन हुआ जिसमें 26 लोगों ने स्वेच्छा से रक्तदान किया कुल मिलाकर दोनों जगह से जिला चिकित्सालय को 61 यूनिट रक्तदाताओं ने विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर रक्त दान किया वहीं अगर हम आपको बताते चलें जनपद गाजियाबाद की अनुमानित जनसंख्या 68 लाख 70000 लोग यहां पर निवास करते हैं यहां पर रक्तदाता दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन कहि ज्यादा यूनिट रक्त इकट्ठा करा सकता था? लेकिन कुशल नेतृत्व एवं प्रचार प्रसार की कमी के चलते यह, 763 युनिट रक्त महज ऊंट के मुंह में जीरा साबित हुआ यह जानकारी अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अमित विक्रम द्वारा दी गई वही, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश, कई मामलों में अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन कर चुका है जिसकी जानकारी हम आपको देते हैं, कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन क्या है?
परिचय: 
वर्ष 2013 में शुरू किये गए NHM का उद्देश्य कमज़ोर एवं वंचित लोगों पर ध्यान केंद्रित करते हुए सुलभ, सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है।
इसके तहत राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM) और राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन (NUHM) को एकीकृत किया गया है।
पहल:
जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम (JSSK) सहित प्रजनन, मातृ, नवजात, बाल और किशोर स्वास्थ्य (RMNCH+A) पर ध्यान केंद्रित करना।
संचारी रोग नियंत्रण: राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम एवं संशोधित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम जैसी पहलों के तहत क्षय रोग (टीबी), मलेरिया, कुष्ठ रोग और एचआईवी/एड्स के निराकरण पर ध्यान केंद्रित करना।
गैर-संचारी रोग: राष्ट्रीय कार्यक्रम के अंतर्गत कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग और स्ट्रोक की रोकथाम करना।
अन्य पहल:
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK)
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम
आयुष्मान भारत
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY)
जब इस संबंध में संबंधित चिकित्सक अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया
इस सिविल के दौरान काम कर रहे डॉक्टर मिलकर यह निष्ठा से निभा रहे थे जिसमें सीनियर लैब टेक्नीशियन सर्वेश चंद्र श्रीवास्तव डॉक्टर अंशुल चौधरी डॉक्टर विनोद डॉक्टर रवि और CEL. में काम कर रहे डॉक्टर संदीप पवार डाक्टर सुशांत, डॉ योगेंद्र सिंह, डॉक्टर पल्लवी, सुरेश सिंह रक्तदाताओं में पत्रकार शोएब सलमानी, विजय भाटी, डॉक्टर प्रवीण कुमार देवेंद्र कुमार आदि लोगों ने भी रक्तदान किया l

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