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आशा दीप ने मनाया धूमधाम से 79वॉ स्वतंत्रता दिवस

Ghaziabad :- आशा दीप फाउंडेशन एक गैर सरकारी स्वयसेवी Pan India संस्था है जो लगभग पिछले 40 वर्षों से बच्चों महिलाओं व युवाओं को सशक्त बनाने व उनके उत्थान हेतु कार्य कर रही है । आशा दीप फाउंडेशन पिछले 40 वर्षो से जो Education, Health, livelihood, Children in Need of care and protection क्षेत्र पर कार्य करती आ रही है।
आशा दीप फाउंडेशन जो भारत के राजधानी दिल्ली एन 0 सी0 आर0 मुंबई चेन्नई तथा देश के अलग अलग भागो में कार्यरत हैं जो समाज से उपेक्षित अवहेलित शिक्षा से वंचित लोगों के उत्थान हेतु निरंतर कार्य करते हुए उन्हें स्वावलंबी बनाकर समाज के मुख्य द्वार से जोड़ती है। अब तक संस्था 5लाख से ज्यादा लोगो के साथ जुड़ कर काम कर रही है।आशा दीप फाऊंडेशन प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी स्वतंत्रता दिवस का आयोजन किया जा रहा है इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में रवि भाटी जी निगम पार्षद शालीमार गार्डन, सरदार सिंह भाटी, विनय चौधरी जी, कालीचरण जी पार्षद, चौकी इंचार्ज शहीद नगर, तथा अलग-अलग क्षेत्रों से आए अन्य अतिथियों विचारकों तथा शिक्षाविदों ने भी उपस्थित होकर आज के कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। संस्था के निदेशक Mr. H.K.Chetty तथा संस्था की कार्यकारिणी अधीक्षिका जी ने सभी गणमान्य वह अतिथियों का जोरदार स्वागत किया तथा उनके आगमन को सराहा इस अवसर पर संस्था के निदेशक Mr.H.K.Chetty जी स्वतंत्रता दिवस आज 15 अगस्त 2025 का दिन सिर्फ एक छुट्टी का दिन नहीं है। स्वतंत्रता दिवस का प्रत्येक भारतीय के दिल में एक महत्वपूर्ण स्थान है क्यूंकि यह हिन्दुस्तानियों की एकता और अटूट भाईचारे की विजय के साथ चिह्नित है। यह आज़ादी हमें 200 सालों की यातना, उत्पीड़न, युद्ध और बलिदान के बाद 15 अगस्त, 1947 को मिली. ब्रिटिश कोलोनियल शासन से कड़ी मेहनत से हासिल की गई यह आजादी लोकतंत्र का जश्न है. यह भारत के इतिहास में एक नये युग की शुरुआत का प्रतीक है।यह महज़ एक बधाइयों और खुशियों का दिन नहीं है. स्वतंत्रता दिवस समारोह का सार केवल उल्लासपूर्ण समारोहों से परे है। स्वतंत्रता दिवस बच्चे, युवाओं और बुजुर्गों को उन चुनौतियों की याद दिलाता देता है है जिनका मुकाबला हमारे पूर्वजों ने किया था और उन चुनौतियों की दस्तक के बारे में आगाह करता है जो हमारे सामने हैं।
स्वतंत्रता दिवस केवल स्मरणोत्सव और उत्सव का दिन नहीं है, बल्कि स्वराज और राष्ट्र-निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का नवीनीकरण है। यह भारतीयों को एकता, समानता और सांप्रदायिक सद्भाव की भावना को कभी न खोने देने के लिए प्रेरित करता है। हमें भेदभाव नहीं करना चाहिए और सबको एक जैसा समझना चाहिए। इस अवसर पर बच्चों ने अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम किया जिसमें रंग दे बसंती, जलवा जलवा, प्रे फॉर इंडिया, धरती सुनहरी अंबर नीला,इस अवसर पर लगभग़ बच्चे और अभिभावक उपस्थित रहे . सभी लोग बहुत खुश थे सभी ने बच्चों को बहुत सराहा ।

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