गाजियाबाद। प्रत्येक वर्ष 21 जून को विश्व भर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष भी 11 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर पूरे भारत समेत दुनिया के विभिन्न हिस्सों में लोगों ने योग के प्रति अपनी जागरूकता और प्रतिबद्धता दिखाने के लिए एक साथ योगाभ्यास किया। योग भारत की प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है। यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है और मनुष्य को प्रकृति और आत्मा के साथ जोड़ने का एक प्रभावी माध्यम भी है। 11 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर गाजियाबाद के राकेश मार्ग स्थित गुलमोहर एन्क्लेव सोसाइटी के सेंट्रल पार्क में बच्चे, युवा, बुजुर्ग और महिलाओं ने एकसाथ योगाभ्यास किया। योग गुरु आचार्य बी. दयाल अग्रवाल ने सभी लोगों को एकसाथ योगाभ्यास करवाया।
इस अवसर पर योग गुरु आचार्य बी दयाल अग्रवाल ने कहा कि योग एक ऐसी प्राचीन भारतीय पद्धति है, जो हजारों वर्षों से हमारे जीवन का हिस्सा रही है। संस्कृत शब्द 'युज' से उत्पन्न 'योग' का अर्थ है जोड़ना या एकजुट होना। यह शरीर, मन और आत्मा के बीच संतुलन स्थापित करने की कला है। योग के माध्यम से व्यक्ति न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ रहता है, बल्कि मानसिक शांति, आत्मविश्वास और आध्यात्मिक जागरूकता भी प्राप्त करता है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का मुख्य उद्देश्य योग के इन लाभों के प्रति वैश्विक जागरूकता फैलाना और इसे जीवनशैली का हिस्सा बनाने के लिए लोगों को प्रेरित करना है।
21 जून को योग दिवस मनाने का एक विशेष कारण है। यह दिन उत्तरी गोलार्ध में ग्रीष्म संक्रांति का दिन होता है, जो साल का सबसे लंबा दिन माना जाता है। इस दिन सूर्य की रोशनी पृथ्वी पर सबसे अधिक समय तक रहती है और भारतीय परंपरा के अनुसार यह समय आध्यात्मिक और योग साधना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान शिव, जिन्हें आदियोगी के रूप में जाना जाता है, ने इसी दिन अपने सात शिष्यों (सप्तऋषियों) को योग का ज्ञान देना शुरू किया था। इसलिए, इस दिन को योग के प्रचार-प्रसार के लिए चुना गया। योग के पश्चात सभी को जलजीरा और फल वितरित किए गए । इस मौके पर बच्चों में वान्या अग्रवाल, मानवी अग्रवाल, आराध्या, परी, ऋत्विक, अर्जुन गौड़, रश्मि गोयल, कुमकुम, ललिता, रेखा सिंघल, कृष्णा सिंघल और बीना शर्मा, सजीव बंसल,श्रीपाल,दिनेश सिंह, सतीश बंसल, निर्देश गोयल,जगदीश वर्मा,संजय गौड़ आदि मौजूद रहे।
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