लखनऊ : कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान अनलॉक 4.0 में भले ही केंद्र सरकार की गाइडलाइन में कंटेनमेंट जोन के बाहर 21 सितंबर से कक्षा नौ से 12 तक के स्कूल खोलने की अनुमति दी गई है, लेकिन उत्तर प्रदेश में स्कूल नहीं खुलेंगे। प्राइवेट स्कूल्स के इस फैसले के बाद से सरकारी स्कूल भी प्रदेश में बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के कारण फिलहाल अभी नहीं खुलेंगे। यूपी के माध्यमिक स्कूलों में कक्षा नौ से लेकर कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों की स्कूल में कक्षाएं आज से नहीं लगेंगी। वह पहले की ही तरह अभी आनलाइन पढ़ाई ही करेंगे। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। अभी स्कूल में कक्षाएं शुरू करने से संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता है।
वहीं दूसरी ओर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) में व्यावसायिक प्रशिक्षण शुरू होगा। कौशल विकास केंद्रों में भी प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने पहले ही ऐसे माहौल में स्कूल-कॉलेज खोलने में असम. र्थता जता दी थी। अब प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने भी इसकी पुष्टि कर दी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए स्कूल-कॉलेजों को खोलना संभव नहीं हैकौशल विकास मिशन और प्रशिक्षण एवं सेवायोजन विभाग के निदेशक कुणाल सिल्कू ने बताया कि सभी आइटीआइ व कौशल विकास केंद्रों पर प्रशिक्षण शुरू होगा। आइटीआइ में दो वर्षीय कोर्स के द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों की सुबह नौ बजे से और एक वर्षीय कोर्स के विद्यार्थी सुबह 10 बजे से कक्षाएं शुरू होंगी। वहीं दूसरी ओर दो वर्षीय कोर्स के प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों की कक्षाएं एक अक्टूबर से शुरू होंगी। केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार सभी को मास्क लगाना अनिवार्य है और संस्थान के गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग भी होगी। कक्षाओं में विद्यार्थी दूर-दूर बैठाए जाएंगेअपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला के अनुसार अभी स्कूलों में कक्षा नौ से कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों की कक्षाएं अभी स्कूल में नहीं संचालित होंगी। अभी आनलाइन क्लासेज ही चलेंगी। वहीं 30 सितंबर के बाद स्थिति की समीक्षा होगी और फिर कोई निर्णय होगा। स्कूलों को तब तक अभिभावकों से सहमति पत्र लेने के निर्देश दिए गए हैं कि आगे स्कूल खुलने की स्थिति में वह अपने बच्चों को भेजेंगे या नहीं। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए डॉ.दिनेश शर्मा ने कहा था कि 21 सितंबर से राज्य में आंशिक रूप से स्कूल खोलने की संभावना बहुत कम हैउन्होंने कहा था कि प्रदेश में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में कम से कम एक महीने तक तो आंशिक रूप से भी कार्य करने की अनुमति नहीं दी जा सकती। छात्र-छात्राओं की सुरक्षा सबसे ऊपर है और इससे किसी भी तरह समझौता नहीं किया जा सकता है। स्कूलों को खोलने पर फैसला मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में लिया जाएगा। विश्वविद्यालयों में सिर्फ शोध छात्रों को मिलेगी अनुमति : विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों में भी अभी आफलाइन पढ़ाई नहीं होगी। स्नातक व परास्नातक के विद्यार्थियों के लिए कैंपस बंद रहेंगे। अभी उनकी पहले की ही तरह आफलाइन कक्षाएं चलती रहेंगी। उच्च शिक्षा विभाग शोध छात्रों को अनुमति देने पर विचार कर रहा है। इंजीनियरिंग कॉलेज व पॉलीटेक्निक भी नहीं खुलेंगे : अभी इंजीनियरिंग कॉलेजों व पालीटेक्निक संस्थानों में भी कैंपस में कक्षाएं नहीं शुरू की जाएंगी। सिर्फ आनलाइन क्लासेज ही चलेंगीपालीटेक्निक में 25 सितंबर से परीक्षाएं शुरू होंगी और उसकी तैयारियां की जा रही हैं। स्कूल न खोलने के पक्ष में स्कूल एसोसिएशन राजधानी लखनऊ के प्राइवेट स्कूल, एसोसिएशन ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए स्कूल 21 सितंबर से न खोलने का फैसला लिया है। स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया कि स्कूलों के स्तर पर तैयारियां पूरी की गई हैं, लेकिन वर्तमान स्थिति को देखते हुए फिलहाल अभी खोलने का फैसला नहीं लिया गया है। फिलहाल ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से बच्चों की पढ़ाई जारी रहेगी। बेसिक शिक्षा विभाग ने भी स्कूलों को खोलने के लिए बड़ा निर्णय लिया है। इसके तहत फिलहाल तो ऑनलाइन ही पढ़ाई होगी। इसके लिए एक टाइम टेबल बनाया गया है, जिसे स्कूलों के साथ साथ छात्रों को भी दिया जाएगा। टाइम टेबल के हिसाब से ही सभी शिक्षक ऑनलाइन क्लासेज लेंगे।
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